हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश है | भारत की ज्यादातर जनसँख्या कृषि या पशुपालन पर पूरी तरह से निर्भर रहती है और यही वजह है की ये लोग हमारे अन्नदाता कहलाते है | अगर ये लोग खेती या पशुपालन छोड़ दे तो कितने लोग भूखे मर जाएंगे इसकी बस कल्पना ही की जा सकती है | देश की प्रत्येक राज्य सरकार अपने नागरिकों के लिए समय पर कुछ न कुछ करती है फिर वो चाहे कोई योजना हो, आर्थिक मदद हो या कुछ और | प्रत्येक राज्य अपने नागरिकों की ख़ुशहाली और उन्नति की कामना करता है |
झारखण्ड राज्य भी अपने नागरिकों की उन्नति की कामना रहा है और उसके लिए निरंतर प्रयास भी कर रहा है | 15 नवंबर 2017 को हमारे राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने जोहार योजना ( Jharkhand Opportunities For Harnessing Rural Growth ) को आरम्भ किया था | इस योजना के क्रियान्वयन के लिए साल 2017 -18 में 40 करोड़ की राशि लागत के लिए स्वीकृत की गयी थी | इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण परिवारों की कृषि एवं पशुपालन संबंधी गतिविधियों की उत्पादों में वृद्धि लाना है तथा उनके जीवन स्तर में सकारात्मक सोच एवं परिवर्तन लाना भी है | योजना के माध्यम से उन्नत कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन आधारित उत्पादों में गुणात्मक वृद्धि होगी | यह योजना राज्य के 17 जिलों के 68 प्रखंडों में चलायी जाएगी और आने वाले 6 वर्षों ( 2017 – 24 ) में लगभग 2 लाख परिवारों को उनकी आजीविका के एक या एक से अधिक साधनों से जोड़ा जायेगा जिससे उनके जीवन स्तर में उन्नति आएगी |
जोहार योजना के तहत लोगों को सब्ज़ी उत्पादक तकनीकी के लिए खेती की ट्रेनिंग के साथ – साथ मत्स्य पालन एवं मुर्गी पालन के साथ आर्थिक मदद भी दी जाएगी जिससे वे उच्च ट्रेनिंग लेकर भविष्य में अपना खुद का रोज़गार कर सके | मुख्यतः जोहार योजना बेरोज़गारों के लिए शुरू की गयी है ताकि लोग योजना के तहत अपना रोज़गार कर सके | अनुसूचित जाति और जन जाति के परिवारों को प्राथमिकता देने के साथ – साथ महिलाओं को 50 प्रतिशत की भागीदारी भी निश्चित की गयी है | इस योजना के तहत प्रत्येक गावँ से 15 महिलाओं का समूह बनाया जाएगा एवं साथ ही 1200 पंचायतो से 100 युवाओं को स्किल्ड किया जाएगा |
उद्देश्य : जोहार योजना का उद्देश्य ग्रामीण परिवारों की कृषि एवं पशुपालन संबंधी गतिविधियों की उत्पादों में वृद्धि लाना है तथा उनके जीवन स्तर में सकारात्मक सोच एवं परिवर्तन लाना भी है | योजना के माध्यम से उन्नत कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन आधारित उत्पादों में गुणात्मक वृद्धि होगी | मुख्यतः जोहार योजना बेरोज़गारों के लिए शुरू की गयी है ताकि लोग योजना के तहत अपना रोज़गार कर सके और उन्नति कर सके |
लाभ :
- योजना के तहत बेरोज़गार लोगों को रोज़गार मिलेगा |
- योजना के माध्यम से सरकार लाभार्थी को आर्थिक मदद भी देगी |
- योजना के माध्यम से उन्नत कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन आधारित उत्पादों में गुणात्मक वृद्धि होगी |
- योजना के तहत अनुसूचित जाति और जन जाति के परिवारों को प्राथमिकता देने के साथ – साथ महिलाओं को 50 प्रतिशत की भागीदारी भी निश्चित की गयी है |
- योजना के तहत सभी ग्रामीण महिलाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर रोज़गार दिया जायेगा जिससे उनके गांव में उन्नति एवं खुशहाली आएगी |
योजना की पात्रता एवं दस्तावेज़
पात्रता :
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- वोटर कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक अकाउंट
- लाभार्थी गरीब होने के साथ – साथ झारखण्ड राज्य का स्थायी निवासी भी होना चाहिए |
- लाभार्थी के परिवार से कोई भी व्यक्ति सरकारी नौकरी वाला नहीं होना चाहिए |
- लाभार्थी की वार्षिक आय 1 लाख या 1 लाख रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए |
- सबसे पहले आवेदक को जोहार योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए झारखण्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा जिसके बाद होम पेज खुल जाएगा |
- होम पेज पर आपको झारखण्ड जोहार लोन योजना का आधिकारिक लिंक दिखाई देगा जिसपर आपको क्लिक करना है |
- क्लिक करने के बाद एक नया पेज खुलेगा और आपको उस पेज में पूछी गयी सभी जानकारियां देनी होगी |
- जानकारियों के साथ – साथ आवश्यक दस्तावेज़ों का संग्रह करके सबमिट करना होगा |
- सबमिट करने के बाद आपका आवेदन फॉर्म झारखण्ड जोहार लोन योजना के तहत पूर्ण हो जाएगा |